नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में महिलाओं और छात्राओं ने किया सम्मेलन.
आज दिनांक 05/01/2020 को स्थानीय मदनी मुसाफ़िरखाना में जिला की महिलाओं एवं छात्राओं की ओर से नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें सर्वसम्मति से निंदा प्रस्ताव पास किया गया। सम्मेलन में वक्ताओं ने कहा कि संविधान के खिलाफ केंद्र सरकार द्वारा बनाए जा रहे काले कानूनों को देश के नागरिक स्वीकार नहीं करेंगे। मौके पर नागरिकता संशोधन कानून को रद्द करने, प्रस्तावित एनआरसी और एनपीआर को वापस लेने का प्रस्ताव पास किया गया जो राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को जिलाधिकारी के माध्यम से भेजा जाएगा।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए गुड़िया खातून, फातिमा शेख, सलमा खानम, मोनी यादव, रश्मि कुमारी, रुचि पासवान, हिना, शबनम खातून,सुरैया जहाँ आदि ने कहा कि हम महिलाएं कमजोर नहीं, जरूरत पड़ने पर हम झांसी की रानी, रज़िया सुल्तान और सावित्री बाई फुले भी बनकर सड़क पर उतरेंगे और संविधान की रक्षा हेतु जय भीम के नारों के साथ तानाशाह सरकार के खिलाफ आंदोलन कर उन्हें होश में लाएंगे। उन्होंने कहा कि एनआरसी, एनपीआर और सीएए देश की एकता और अखंडता के खिलाफ है। वक्ताओं ने कहा कि अगर सरकार को कानून बनाने का इतना ही शौक है तो रोज़गार और देश की खुशहाली के लिए कानून लाए। बलात्कारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कानून बनाए।
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