प्रमुख कार्यालय में बुजुर्गों का छलका दर्द,कहा-बृद्धा पेंशन के लिए चार वर्ष से दौड़ रहे है,कोई नही सुनता।
सरकार ने देश मे बुजुर्गों को बृद्धा पेंशन पाने का अधिकार दे रखा है। 60 वर्ष के उमर की महिला-पुरुष बुजुर्गों को सम्मान के साथ जीने का एक तरह से यह अनिवार्य अधिकार है।लेकिन हकीकत के आईने में देखे तो किसी भी सरकारी कार्यालयों में जाइये वहां बृद्धा पेंशन के लिए बुजुर्ग कार्यालयों का चक्कर लगाते जरूर देखें जा सकते हैं।
गुरुवार की दोपहर सोनबरसा प्रमुख कार्यालय में ऐसा ही नजारा देखने को मिला जहां प्रमुख ब्रजेश पासवान के सामने कई बुजुर्ग अपने दर्द सुनाते नजर आए।
हालांकि दर्द सुनने के बाद प्रमुख के शब्दो में भी दर्द नजर आया।जब मीडिया ने सवाल किया तो प्रमुख ने अपना ही दर्द बताना प्रारम्भ कर दिया,कहा-ऐसा बीडीओ है कि गरीबो की आवाज सुनता ही नही है,इन्ही गरीबो की आवाज जिला के अधिकारी तक सुनाता हूँ,लेकिन कोई सुनने वाला नही,हालात बद से बदतर बना हुआ है। अधिकारी गरीबों की सुनते ही कहाँ हैं।
पटेल नगर निवासी वार्ड 7 निवासी कृष्णदेव साह ने प्रमुख से कहा-पुजारी हूं,कीर्तन भजन गाता हूँ,इस उम्र में 4 वर्षों से ब्लॉक का चक्कर लगा रहा हूं लेकिन हुजूर आज तक हमें पेंशन नही मिला,गरीब हूँ,लेकिन बीपीएल में नाम नही डाला,पता चलता है महलों वालो को बीपीएल कार्ड है,मैंने किसी का क्या बिगाड़ा था।अब तो बृद्धा पेंशन के लिए बीपीएल नहीं चाहिए,फिर काहे दौड़ा रहा है?
वही सोनबरसा पटेल नगर वार्ड 4 की रामनारायण मंडल की पत्नी चंद्रकला देवी ने कहा वृद्धा पेंशन स्वीकृत है लेकिन काफी दिनों से मुझे दौड़ाया जा रहा है।
कन्हौली थाना क्षेत्र के रामनगर रसलपुर गांव निवासी हीरामन राय जो खुद को 65 से 70 वर्षीय बताते हैं 4 वर्ष से ब्लॉक कार्यालय में दौड़ रहे हैं,कहा-हुजूर बताया जाए हम किसके पास जाएं कभी उधर दौड़ाता है कभी इधर,दौड़ते दौड़ते थक गया हूं।अब इस बुढ़ापा में हमको दौरा नहीं जाता है,हाकिम सब आप ही बताइए हमको बृद्धा पेंशन कैसे मिलेगा ?
वही सोनबरसा की राम बहादुर की पत्नी ज्योतिया देवी ने कहा-बृद्धा पेंशन के लिए दौरा रहा है सचिव,राशन कार्ड भी नही मिल रहा है,क्या करूँ।
कई लोगो ने शौचालय की राशि और बाढ़ राहत की राशि नही मिलने की शिकायत की,लोगो ने कहा-डेढ़ दो वर्ष से दौड़ाया जा रहा है।
कई लोगो ने प्रखंड कार्यालय परिसर में योजनाओ में दलालों के बर्चस्व की बात कही,बताया कि हर जगह रिश्वत का बोलबाला है।
प्रमुख ब्रजेश पासवान ने लोगो की तकलीफें सुनने के बाद कहा-सोनबरसा बीडीओ प्रमुख की नही सुनते हैं।यहां दो हजार दीजिये और शौचालय की राशि पाइए वाली हाल हो चुका है।बताया कि-इन लोगो के बारे में कार्यालयों से पता करूँगा।ऐसा लग रहा है कि प्रशासनिक अधिकारी मुझे आंदोलन के लिए बाध्य कर रहे हैं।अभी तक 50 प्रतिशत लोगो का बाढ़ राहत का रुपया आना बांकी है।पता नही ये लोग किस तरह से कार्य करते हैं।
बीडीओ ओम प्रकाश से सम्पर्क का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नही किया,
जबकि सोनबरसा सीओ कमला चौधरी ने कहा-- मेरे जिम्मे सिर्फ बाढ़ राहत का कार्य है,इसकी राशि पटना से ही अभी रोकी गयी है।डीएम भी वंचित लोगो की राशि दिलवाने के लिए प्रयासरत है।जैसे ही पटना से साइट खोला जाएगा,जिनका खाता लोड है,उनका पैसा आ जायेगा।
सरकार ने देश मे बुजुर्गों को बृद्धा पेंशन पाने का अधिकार दे रखा है। 60 वर्ष के उमर की महिला-पुरुष बुजुर्गों को सम्मान के साथ जीने का एक तरह से यह अनिवार्य अधिकार है।लेकिन हकीकत के आईने में देखे तो किसी भी सरकारी कार्यालयों में जाइये वहां बृद्धा पेंशन के लिए बुजुर्ग कार्यालयों का चक्कर लगाते जरूर देखें जा सकते हैं।
गुरुवार की दोपहर सोनबरसा प्रमुख कार्यालय में ऐसा ही नजारा देखने को मिला जहां प्रमुख ब्रजेश पासवान के सामने कई बुजुर्ग अपने दर्द सुनाते नजर आए।
हालांकि दर्द सुनने के बाद प्रमुख के शब्दो में भी दर्द नजर आया।जब मीडिया ने सवाल किया तो प्रमुख ने अपना ही दर्द बताना प्रारम्भ कर दिया,कहा-ऐसा बीडीओ है कि गरीबो की आवाज सुनता ही नही है,इन्ही गरीबो की आवाज जिला के अधिकारी तक सुनाता हूँ,लेकिन कोई सुनने वाला नही,हालात बद से बदतर बना हुआ है। अधिकारी गरीबों की सुनते ही कहाँ हैं।
पटेल नगर निवासी वार्ड 7 निवासी कृष्णदेव साह ने प्रमुख से कहा-पुजारी हूं,कीर्तन भजन गाता हूँ,इस उम्र में 4 वर्षों से ब्लॉक का चक्कर लगा रहा हूं लेकिन हुजूर आज तक हमें पेंशन नही मिला,गरीब हूँ,लेकिन बीपीएल में नाम नही डाला,पता चलता है महलों वालो को बीपीएल कार्ड है,मैंने किसी का क्या बिगाड़ा था।अब तो बृद्धा पेंशन के लिए बीपीएल नहीं चाहिए,फिर काहे दौड़ा रहा है?
वही सोनबरसा पटेल नगर वार्ड 4 की रामनारायण मंडल की पत्नी चंद्रकला देवी ने कहा वृद्धा पेंशन स्वीकृत है लेकिन काफी दिनों से मुझे दौड़ाया जा रहा है।
कन्हौली थाना क्षेत्र के रामनगर रसलपुर गांव निवासी हीरामन राय जो खुद को 65 से 70 वर्षीय बताते हैं 4 वर्ष से ब्लॉक कार्यालय में दौड़ रहे हैं,कहा-हुजूर बताया जाए हम किसके पास जाएं कभी उधर दौड़ाता है कभी इधर,दौड़ते दौड़ते थक गया हूं।अब इस बुढ़ापा में हमको दौरा नहीं जाता है,हाकिम सब आप ही बताइए हमको बृद्धा पेंशन कैसे मिलेगा ?
वही सोनबरसा की राम बहादुर की पत्नी ज्योतिया देवी ने कहा-बृद्धा पेंशन के लिए दौरा रहा है सचिव,राशन कार्ड भी नही मिल रहा है,क्या करूँ।
कई लोगो ने शौचालय की राशि और बाढ़ राहत की राशि नही मिलने की शिकायत की,लोगो ने कहा-डेढ़ दो वर्ष से दौड़ाया जा रहा है।
कई लोगो ने प्रखंड कार्यालय परिसर में योजनाओ में दलालों के बर्चस्व की बात कही,बताया कि हर जगह रिश्वत का बोलबाला है।
प्रमुख ब्रजेश पासवान ने लोगो की तकलीफें सुनने के बाद कहा-सोनबरसा बीडीओ प्रमुख की नही सुनते हैं।यहां दो हजार दीजिये और शौचालय की राशि पाइए वाली हाल हो चुका है।बताया कि-इन लोगो के बारे में कार्यालयों से पता करूँगा।ऐसा लग रहा है कि प्रशासनिक अधिकारी मुझे आंदोलन के लिए बाध्य कर रहे हैं।अभी तक 50 प्रतिशत लोगो का बाढ़ राहत का रुपया आना बांकी है।पता नही ये लोग किस तरह से कार्य करते हैं।
बीडीओ ओम प्रकाश से सम्पर्क का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नही किया,
जबकि सोनबरसा सीओ कमला चौधरी ने कहा-- मेरे जिम्मे सिर्फ बाढ़ राहत का कार्य है,इसकी राशि पटना से ही अभी रोकी गयी है।डीएम भी वंचित लोगो की राशि दिलवाने के लिए प्रयासरत है।जैसे ही पटना से साइट खोला जाएगा,जिनका खाता लोड है,उनका पैसा आ जायेगा।
No comments:
Post a Comment